फ्रायड, जे अपन 1899क मूलभूत ग्रंथक सङ्ग सपनाक अध्ययनकेँ उत्प्रेरित कयलनि, एकरा कामनाशील अचेतनक मात्र चिमेराक रूपमे खारिज कऽ देने छलाह। मुदा हम सभ मस्तिष्कक विषयमे जे किछु खोज कयलहुँ से रातिमे एहि समानान्तर जीवनक अनुकूलनशील कार्यक लेल एकटा आओर सम्भावनाक सुझाव दैत अछि।
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