वास्तव म, गिरावट वैश्विक उत्सर्जन म एक मापनीय प्रभाव डाले बर म पर्याप्त महत्वपूर्ण रहिस । अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के अनुसार, 2023 म कुल ऊर्जा ले संबंधित उत्सर्जन 1.1% बढ़ गइस, अउ जलविद्युत शक्ति के कमी ओ वृद्धि के 40% के हिसाब ले हवय । साल-दर-साल मौसम भिन्नता अउ जलवायु म पर परिवर्तन के बीच, जलविद्युत बर आघू म चट्टानी समय हो सकत हवय ।
#TECHNOLOGY #Chhattisgarhi #PT
Read more at MIT Technology Review